नहीं, डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए सिर्फ कंप्यूटर साइंस बैकग्राउंड होना जरूरी नहीं है। डेटा साइंस एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आपको Statistics, Math, Domain Knowledge, Machine Learning, Programming और Analytics Skills की जरूरत होती है। डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए किसी भी क्षेत्र का Background होना संभव है, लेकिन कंप्यूटर साइंस, Statistics, Math या संबंधित क्षेत्रों के बैकग्राउंड वाले उम्मीदवारों को आमतौर पर ज्यादा प्राथमिकता मिलती है।
डाटा साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसमे हम डाटा को Analyze करते है ताकि हमारे पास नए और महत्वपूर्ण जानकारी निकाल सके। इसमें हम Statictical Technique,Machine Learning Algorithm और Domain Knowledge का इस्तेमाल करते है जिससे हम डाटा से Patterns, Trends और महत्वपूर्ण जानकारी निकाल सके। डाटा साइंस का उद्देश्य होता है डाटा से ज्ञान हासिल करना जिससे की Decision Making Process को Improve किया जा सके। इसमें प्रोग्रामिंग Language जैसे की Python और R, Statistical Tools और Data Visualization Techniques का भी इस्तेमाल होता है।
डाटा साइंस के माध्यम से हम डाटा से महत्वपूर्ण जानकारी निकाल कर Business, Research, HealthCare और अन्य क्षेत्रों में सुधार कर सकते है।
डेटा साइंटिस्ट एक सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल होता है जो डेटा को एनालाइज करता है और डेटा से महत्वपूर्ण जानकारी निकलता है जो Organization को सही निर्णय लेने में मदद करता है। इनका काम Data-Driven Approaches से जटिल समस्याओं का हल निकालना होता है।
डाटा साइंटिस्ट को डाटा का परिक्षण करना होता है ताकि उसमे से Trends, Patterns और Correlations को पहचाना जा सके। इससे Oraganization को अपने Goals और Challenges के बारे में बेहतर समझ मिलता है।
डाटा को अलग अलग Sources से Collect करते है जैसे Social Media Posts, Images और Videos , ये डाटा Structured तथा Un-Structured Format में होता है|
डाटा साइंटिस्ट को हमेशा नए Techniques और Technologies का पता होना चाहिए और अपने Skills को हमेशा Update करते रहना चाहिए ताकि वो अपने फील्ड के Latest Development के साथ चल सकें।
बिना कंप्यूटर साइंस के भी डेटा साइंटिस्ट बना जा सकता है, लेकिन ये थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। डेटा साइंस में आने वाले डेटा सेट और उनके Analysis में Complex Computational कार्य शामिल होते हैं, जिनके बिना कंप्यूटर साइंस बैकग्राउंड को समझना और संभालना मुश्किल हो सकता है। लेकिन, यदि आपकी रुचि डेटा साइंस में है और आपके पास इससे संबंधित Skills हैं तो आप इन Steps को Follow करके डाटा साइंटिस्ट बन सकते है।
डाटा साइंस में आपको किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का अच्छा ज्ञान होना चाहिए जैसे की Python, R, JAVA. यदि आपके पास पहले से प्रोग्रामिंग की समझ है तो आपको डाटा साइंस सिखने में अधिक सुविधा होगी। प्रोग्रामिंग सिखने में आपको कुछ महीने तक लग सकते है।
इसके लिए कंप्यूटर इंजीनियरिंग या कंप्यूटर साइंस Background आपके लिए मददगार हो सकता है।
डाटा साइंस में Data Analysis और Visualization के लिए कई टूल्स का इस्तेमाल होता है, यहाँ कुछ प्रमुख टूल्स है जिसकी जानकारी निचे दी गयी है।
Python प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के Pandas Libraries का इस्तेमाल टेबुलर डाटा को एनालाइज करने के लिए होता है इसमें डाटा क्लीनिंग और Manipulation के लिए कई Functions होते है।
R एक Statistical प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसका प्रमुख इस्तेमाल डाटा एनालिसिस और Statistical मॉडलिंग के लिए होता है। इससे आप डाटा को Import, Clean, Transform और Analyze कर सकते है।
Tableau एक पावरफुल Data Visualization Tool है जिससे आप आकर्षक Dashboard और Chart बना सकते है, इसमें Drag and Drop Interface होता है।
Power BI Microsoft Corporation का एक बिज़नेस एनालिटिक्स और डाटा Visualization टूल है जो डाटा साइंस में इस्तेमाल होता है। इसके माध्यम से आप डाटा को Visual Represent कर सकते है, Insights निकल सकते है और Interactive Reports और Dashboards बना सकते है।
Matplotlib एक Python लाइब्रेरी है जो डाटा Visualization के लिए इस्तेमाल होता है डाटा साइंस में, Matplotlib का इस्तेमाल डाटा को Graphical फॉर्म में पेश करने के लिए किया जाता है।
Seaborn एक Python डाटा Visualization लाइब्रेरी है जो Matplotlib पर आधारित है, Seaborn का इस्तेमाल मुख्यतः Statistical ग्राफ़िक्स बनाने के लिए होता है। यह लाइब्रेरी Matplotlib के ऊपर बनी है इसलिए Seaborn आपको कुछ डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स और हाई-लेवल फंक्शन्स प्रोवाइड करता है जिससे की आप काम्प्लेक्स Visualizations को आसानी से बना सके।
D3.js (Data-Driven Documents) एक Java Script लाइब्रेरी है जो डाटा Visualization के लिए इस्तेमाल होता है। इससे आप यूजर इंटरेक्शन्स को हैंडल कर सकते है जैसे Zooming, Panning, Tooltip Display इत्यादि।
Excel सबसे पुरानी और सरल Spreadsheet Tool जिसमे डाटा एंट्री, एनालिसिस और बेसिक Visualization की जा सकती है।
Data Science का एक महत्वपूर्ण हिस्सा Machine Learning और Deep Learning है, इनमे माहिर होने में एक साल से अधिक भी लग सकता है।
Machine Learning एक ऐसा कंप्यूटर साइंस का शाखा है जिसमे हम कंप्यूटर को सीखने की क्षमता देते है। हम कंप्यूटर को डाटा से सिखाते है ताकि वो फ्यूचर में किसी नए डाटा पर Predictions या Decision ले सके। इसमें Algorithm का इस्तेमाल होता है जो Data Patterns को ढूंढ कर सिकने में मदद करता है। जैसे की एक Spam Filter जो आपके Emails को Analyze करके Spam को Identify करता है।
Deep Learning एक Advanced लेवल का मशीन लर्निंग है, यहाँ पर हम Neural Networks का इस्तेमाल करते है जो एक तरह से कंप्यूटर का Brain की तरह काम करता है। इन Neural Networks में बहुत सारे Layers होते है और ये Layers डाटा को बहुत Complex तरीको से Analyze करते है। Deep Learning का इस्तेमाल Image Recognition,Speech Recognition और Netural Language Processing में होता है।
Regular Practice का बड़ा Role होता है जितना अधिक आप डाटा साइंस Concept को Apply करेंगे और Regular Practice करेंगे उतनी ही जल्दी आपको समझ में आएगा और आपका Concept Clear होता चला जायेगा।इसलिए Regular Practice बहुत ही जरुरी होता है।
Continues Learning डाटा साइंस में महत्वपूर्ण होता है क्यूंकि यह एक फील्ड है जिसमे नए Technologies,Tools और Techniques Regularly आते रहते है। यह फील्ड Dynamic है और Rapid Advancements होती रहती है।
निचे कुछ कारण दिए गए है जो बताते है की क्यों Continues Learning डाटा साइंस में महत्वपूर्ण है।
डाटा साइंस में नए Technologies और Tools Regularly Introduce होते है। इनमे से कुछ उदहारण है Python के नए Libraries, मशीन लर्निंग का Updated Versions और एडवांस डाटा Visualization Tools. अगर आप Continues Learning नहीं करते तो आप Outdated हो सकते हैं और आपकी Skills समय के साथ कमज़ोर हो सकती है।
Continues Learning से आप अपने स्किल को रियल-वर्ल्ड प्रोजेक्ट में अप्लाई करके और प्रैक्टिकल Experience Gain करके अपने Proficiency को Improve कर सकते है। इससे आपको इंडस्ट्री में अच्छा Opportunities मिल सकती है।
डाटा साइंस फील्ड में रहने के लिए नेटवर्किंग बहुत महत्वपूर्ण है। Continues Learning से आप नए लोगों से मिलते है, Conferences और Meetsup Attend करते हैं और इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स से कनेक्ट करते है, यह Collaboration और नॉलेज शेयरिंग को बढ़ाता है।
सिर्फ कंप्यूटर साइंस बैकग्राउंड वाले ही डाटा साइंटिस्ट बन सकते है ऐसा कोई जरुरी नहीं है। डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए आपको Mathematics, Statistics और Progaramming Language जैसे Python और R का Basic Knowledge होना चाहिए। आप Online Courses,Certifications और Practical Projects के माध्यम से अपने Skills को विकसित कर सकते हैं। कंप्यूटर विज्ञान की डिग्री होना अच्छा होता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। आपका जुनून, सीखने का नजरिया और Practical Experience भी बहुत महत्वपूर्ण हैं डेटा साइंटिस्ट बनने में।
डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण Skills और Knowledge होना चाहिए:
नहीं, डेटा साइंटिस्ट बनने के लिए कंप्यूटर साइंस की डिग्री जरूरी नहीं है। आपको Strong Mathematical Foundation, Programming Skills और Domain-Specific ज्ञान के साथ Data Science में Interest और Dedication चाहिए। बिना कंप्यूटर साइंस बैकग्राउंड के भी आप ऑनलाइन कोर्स और सेल्फ स्टडी से डेटा साइंस फील्ड में एंट्री कर सकते हैं।
हां, आपको कंप्यूटर साइंस की डिग्री होना सख्त जरूरी नहीं है। अगर आप अपने Projects और Practical Experience को अपने Data Science Skills के जरिये Demonstrate करते है तो आप निश्चित तौर पर डाटा साइंटिस्ट की नौकरी पा सकते है।
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