आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है और यह कैसे काम करता है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आजकल पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय हो गया है यह मशीन के द्वारा मानव की बुद्धि का नकल करता है और यह वैसे ही करता है जैसे इंसान अपनी बुद्धि से काम करते हैं| इसका इस्तेमाल हेल्थ केयर में जैसे किसी बीमारी का पता लगाने में, ऑटोमेटेड गाड़ी में जिसमें किसी ड्राइवर की जरूरत नहीं पड़ती, कस्टमर सर्विसेज में जहां कस्टमर को असिस्ट करने के लिए, शिक्षा के क्षेत्र में जहां विद्यार्थी के परफॉर्मेंस का पता लगाने में, आवाज और चेहरे को पहचान में किया जा रहा है और भी बहुत क्षेत्र में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है| इसके इस्तेमाल से हमारे दैनिक जीवन में बहुत ही बड़ा प्रभाव पड़ रहा है और लोग धीरे-धीरे इसके आदी होते जा रहे हैं|
आइये हम लोग विस्तार से इसके बारे में जानते हैं|
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्या होता है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को जानने से पहले हम लोग यह जानने की कोशिश करेंगे की ज्ञान और इंटेलिजेंट में क्या अंतर होता है जैसे कोई व्यक्ति अपने जीवन में जो जानकारी प्राप्त करता है उसे ज्ञान कहते हैं और समय बीतने के साथ साथ उस व्यक्ति के ज्ञान में विस्तार होता जाता है, लेकिन इंटेलिजेंट इसी जानकारी को समझता है इसे अभ्यास में लाता है और इसका उपयोग करता है ज्ञान और इंटेलिजेंट दोनों एक दूसरे से जुड़े होते हैं| और AI में इसी इंटेलिजेंट सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है जो मनुष्य के द्वारा बनाई जाती है|
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंसान के द्वारा बनाई गई एक ऐसी इंटेलिजेंट मशीन होती है जो इंसान की तरह सोचने, सिखने,समझने और किसी समस्यायों को हल करने की क्षमता रखती है यह बिल्कुल इंसान की बुद्धि का नकल करती है जैसा कि इंसान करते हैं| आजकल AI का इस्तेमाल विभिन्न क्षेत्रों में किया जा रहा है जैसे अगर कोई इंसान क्या सोच रहा है वह भी AI के माध्यम से पता चल जाता है और AI उसके अनुरूप का रिजल्ट उसको प्रस्तुत करता है, यह बहुत ही इंटेलिजेंट मशीन होता है जो इंसान करने में सक्षम नहीं पाता है वह यह कर दिखाता है|
इसका मतलब यह हुआ कि AI के माध्यम से इंसान के दिमाग को पढ़ा जा सकता है इंसान क्या सोच रहा है उसके मन में क्या विचार चल रहा है वह सारी चीज AI के माध्यम से पता चल जाता है| हाल ही में MIT ग्रेजुएट स्टूडेंट अरनव कपूर ने AlterEgo डिवाइस डेवलप किया है जो AI-Powered हेडसेट के जरिये बिना बोले हुए दिमाग को पढता है और उसका रिजल्ट सामने प्रस्तुत करता है। यह एक माइंड रीडर डिवाइस है जो इंसान के दिमाग को पढता है|OpenAI कंपनी ने AI के माध्यम से ChatGPT एप्लीकेशन डेवेलप किया है जो कोई भी सवाल का जवाब देने में सक्षम होता है चाहे वो किसी भी Subject से Related हो, यह बहुत ही पॉवरफुल Application है।
AI कितने प्रकार का होता है?
Artificial Intelligence कई तरह के होते है इनमे से कुछ मुख्य प्रकार निचे दिए गए है।
Weak AI(Narrow AI): Weak AI को Narrow AI भी कहते हैं यह एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम होता है जो किसी खास काम के लिए बनाया जाता है और वह उसी में एक्सपोर्ट होता है और इसका उपयोग दूसरे काम के लिए नहीं किया जाता है यह सिर्फ उसी काम के लिए उपयोग में लाया जाता है जिस काम के लिए इसे डिजाइन किया गया है और इसका उपयोग आसानी से हम लोग प्रतिदिन करते हैं|
उदाहरण के लिए Speech Recognition, Image Recognition या Language Translation इसमें सिस्टम का इस्तेमाल सिर्फ इसी टास्क तक ही सीमित होता है और यह इसी में एक्सपर्टीज होता है| Virtual Assistant जैसे Siri, Alexa और गूगल असिस्टेंट जो खास करके आवाज को पहचान कर उसका जवाब देने में माहिर होता है यह Weak AI का एक अच्छा उदाहरण है|
Strong AI(General AI): Strong AI को General AI भी कहते हैं यह एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम होता है जो की आदमी की तरह बहुत सारे काम करने में सक्षम होता है और किसी एक खास काम के लिए नहीं बना होता है बल्कि यह एक से ज्यादा काम कर सकता है | इस AI सिस्टम में यह इंसान की तरह सोच सकता है, सिख सकता है और किसी प्रॉब्लम को Solve कर सकता है। इसमें मशीन बहुत सारे डोमेन को सीख सकता है इसका मतलब अगर एक Strong AI सिस्टम को एक डोमेन में एक्सपर्ट बनाया गया है तो वह दूसरे डोमेन में भी अपने आप को Expert बनाने में सक्षम होता है|
Strong AI का Concept अभी तक थ्योरेटिकल है और इस पर अभी काम जारी है, Researchers और साइंटिस्ट इस पर अभी काफी मेहनत कर रहे है ताकि इस थ्योरेटिकल कांसेप्ट को Practical उपयोग में लाया जा सके।
Machine Learning(ML): Machine Learning एक ऐसा AI का शाखा है जिसमे हम मशीन को डाटा के जरिये सीखने की क्षमता देते है। हम मशीन को डाटा से सिखाते है ताकि वो फ्यूचर में किसी नए डाटा पर Predictions या Decision ले सके। इसमें Algorithm का इस्तेमाल होता है जो Data Patterns को ढूंढ कर सीखने में मदद करता है। जैसे की एक Spam Filter जो आपके Emails को Analyze करके Spam को Identify करता है।
Deep Learning(DL): Deep Learning एक Advanced लेवल का मशीन लर्निंग है, यहाँ पर हम Neural Networks का इस्तेमाल करते है जो एक तरह से कंप्यूटर का Brain की तरह काम करता है। इन Neural Networks में बहुत सारे Layers होते है और ये Layers डाटा को बहुत Complex तरीको से Analyze करते है। Deep Learning का इस्तेमाल Image Recognition, Speech Recognition और Netural Language Processing में होता है।
Natural Language Processing (NLP): NLP आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक प्रकार होता है जिसका मुख्य काम इंसान की भाषा को समझना उसको इंटरप्रेट करना यानी उसकी प्रक्रिया करना होता है| NLP एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जो रियल टाइम में किसी टेक्स्ट को ट्रांसलेट करता है एक भाषा से दूसरे भाषा में और उसका रेस्पॉन्ड करता है जैसे उदाहरण के तौर पर Voice Operated GPS System, Digital Assistant, Customer Service Chatbots.
Robotics: रोबोटिक AI का एक ऐसा फील्ड है जिसमें फिजिकल मशीन यानी रोबोट को डिजाइन किया जाता है उसको ऑपरेट किया जाता है और मेंटेन करने का काम होता है यह ऐसी मशीन होती है जो इंसान की तरह काम करने में इस्तेमाल की जाती है| Robotics में मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया जाता है और इसमें सेंसर कभी इस्तेमाल होता है इन सेंसर की मदद से रोबोट अपने आसपास के एनवायरमेंट को ऑब्जर्व करते हैं और इसको एनालाइज करके रिस्पांस जनरेट करता है| Robot का इस्तेमाल Resturants, Hotel और अस्पताल में कस्टमर सर्विस के लिए होता है|
Artificial Intelligence का उपयोग
इन दिनों आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल बहुत ही विस्तार रूप से हो रहा है चाहे वह होटल हो रेस्टोरेंट हो अस्पताल हो या कोई ऑर्गेनाइजेशन हो |
1. अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते है तो आप ध्यान जरूर दिए होइएगा की आपको Shopping Recommendation दीखता है ये आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का ही कमाल है।
2. Apple’s Siri जो की Voice Assistant Feature देता है जो लोगों को हैंड्स फ्री काम करने में मदद करता है।
3. Amazon Alexa जो की Voice Recogination सिस्टम होता है यह आपके अनुरोध पर गाना बजा सकती है, आपके लिए ताजा खबरे पढ़कर सुना सकती है, सिनेमाघर के मूवी शो का Schedule के बारे में बता सकती है,और भी बहुत कुछ फीचर्स है इसके।
4. Facial Recognization features जो की फ़ोन, लैपटॉप, PC’s में मौजूद होता हो जो की सुरक्षा प्रदान करता है।
Artificial Intelligence कैसे काम करता है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को काम करने के लिए अलग-अलग स्टेप्स होते हैं जो नीचे दिए गए हैं
Data Collection: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को काम करने के लिए सबसे पहले डाटा कलेक्शन करना होता है क्योंकि यह सिस्टम को सीखने के लिए बड़ी मात्रा में डाटा की जरूरत पड़ती है यह डाटा टेक्स्ट इमेज वीडियो या किसी भी प्रकार का हो सकता है|
Data Preporcessing: कलेक्ट किए गए डाटा को सही फॉर्मेट में कन्वर्ट करना उसको क्लीन करना, नॉर्मलाइज करना और अगर डाटा मिसिंग है तो उसको फिल करना होता है ताकि मशीन लर्निंग एल्गोरिथम सही तरीके से कम कर सके|
Feature Extraction: फ्यूचर एक्सट्रैक्शन का मतलब होता है की किस तरीके से डाटा को प्रेजेंट किया जाए ताकि मशीन आसानी तरीके से सीख सके|
Algorithm Selection: अगला स्टेप्स आता है वह है एल्गोरिथम सिलेक्शन जिसमें एल्गोरिथम का सही चुनाव करना होता है और मशीन इसी एल्गोरिथम के बेस पर काम करती है एल्गोरिदम अलग-अलग तरह के होते हैं जैसे Linear Regression, Decision Trees और Deep Learning एल्गोरिथम|
Model Training: एल्गोरिथम का सही चुनाव करने के बाद मशीन को मॉडल ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें डाटा का इस्तेमाल किया जाता है और उसके आधार पर उसका रिजल्ट देखा जाता है तो इस तरह की ट्रेनिंग मॉडल ट्रेनिंग के अंदर आती है|
Model Evaluation: ट्रेनिंग के बाद Model का इवोल्यूशन किया जाता है इसमें यह पता लगाया जाता है कि मॉडल ने कितनी एक्यूरेसी और परफॉर्मेंस अचीव की है अगर मॉडल ने सेटिस्फेक्ट्री रिजल्ट जनरेट किया है तो उसे Deploy कर दिया जाता है|
Feedback Process: फीडबैक प्रक्रिया में मॉडल का फीडबैक लिया जाता है और इसका परफॉर्मेंस लगातार मॉनिटर किया जाता है और अगर कोई इंप्रूवमेंट की जरूरत पड़ती है तो मॉडल को अपडेट किया जाता है|
सारांश
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा फील्ड है जिसमें मशीन को इंटेलिजेंट बनाया जाता है जैसा इंसान काम करते हैं उसे तरीके का नकल मशीन के मशीन के द्वारा करवाया जाता है इसका इस्तेमाल आजकल अलग-अलग क्षेत्र में विभिन्न रूपों में किया जाता है जैसे इस्तेमाल होटल, रेस्टोरेंट और अस्पताल में कस्टमर की सेवा के लिए किया जा रहा है|
इसका उपयोग से बहुत फायदा भी होता है और नुकसान भी होता है जैसे आजकल हर कंपनियां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर रही है जिसके कारण लोगों के नौकरी को खतरा हो रहा है क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इसकी जगह ले रहा है| जो लोग पहले कस्टमर सर्विस में काम किया करते थे अब उसकी जगह चैट बॉट ने ले ली है इसके कारण कस्टमर सर्विस देने वाले व्यक्ति को नौकरी का खतरा हो गया है|